सोमवार, 28 नवंबर 2022

गर्भ स्तुति 84

महराज! अब तो माता देवकी इतनी सुंदर दिख रही हैं, कैसे ?
स देवकी सर्व जगन्निवास निवास  भूता नितरां नरेजे।।
माता देवकी आज इतनी सुंदर क्यूं दिख रही हैं? क्योंकि उनके यहां आज सर्व जगन्निवास जो आने को हैं। अब देवताओं को पता चला कि भगवान आने वाले हैं तो भगवान की स्तुति गाने पहुंच गए। इसका नाम है गर्भ स्तुति, यह कृष्ण नारायण या गोविंद स्तुति नहीं है। इसका नाम है गर्भ स्तुति, गोविन्द जिस गर्भ में आते हैं, वह गर्भ  भी दिव्य हो जाता है। आइये हम भी इस गर्भस्तुति को साथ में भाव से गाईये।
स्वागतम कृष्ण शरणागतम कृष्ण।
सत्यवृतं सत्यपरं त्रिसत्यं 
        सत्यस्य योनिं निहितं च सत्ये।
सत्यस्य सत्यामृत सत्यनेत्रं 
        सत्यात्मकं त्वां शरणं प्रपन्ना:।।

देवताओं ने बड़ी सुन्दर स्तुति गाई। आप सत्य हैं, सत्यव्रत हैं, परमसत्य हैं, आप आदिमध्यान्त सत्य हैं। त्रिकालावाधित सत्य हैं, हम आपके चरणों में प्रणाम करते हैं। 

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